आखिर क्यूं नही थम रहा अकलतरा में चोरी की घटना
पिछले दस दिनों में चोरी की छठवीं वारदात
एक दिन पहले ही पुलिस कप्तान ने अकलतरा के व्यापारी एवं जनता को किया था सुरक्षा का वादा

अकलतरा में चोरी की घटनाएं आखिर क्यों नहीं थम रहीं?
पिछले दस दिनों में क्षेत्र में चोरी की यह छठवीं घटना सामने आई है। लगातार हो रही वारदातों से आमजन में भय और नाराज़गी दोनों बढ़ती जा रही है।
सबसे अहम बात यह है कि सिर्फ एक दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक ने अकलतरा के व्यापारियों और नागरिकों से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का वादा किया था, लेकिन घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों का कहना है कि पुलिस की सक्रियता सिर्फ आश्वासनों तक सीमित है, जबकि जमीनी स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था कमजोर होती जा रही है। रात में गश्त की कमी, पुराने मामलों में धीमी कार्रवाई और अपराधियों का बढ़ता मनोबल, इन घटनाओं को खुला निमंत्रण दे रहा है।
जनता की प्रमुख मांगें
1. नगर निरीक्षक (TI) को तत्काल बदला जाए
नागरिकों का कहना है कि वर्तमान पुलिस नेतृत्व जनता का विश्वास खो चुका है। इसलिए एक योग्य, सक्रिय और सख्त पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की जाए जो अपराध पर नियंत्रण ला सके जिससे तत्काल खोया विश्वास कायम रहे।
2. पुलिस अधीक्षक द्वारा किए गए वादे के अनुसार गश्त और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए
रात के समय बाजार, मुख्य मार्ग और बस्तियों में पर्याप्त पेट्रोलिंग की मांग की गई है, ताकि अपराधियों का मनोबल टूटे।
3. चोरी रोकथाम पर विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं
नागरिकों ने सुझाव दिया है कि पुलिस और जनता के बीच सामंजस्य बढ़ाने के लिए
– सुरक्षा उपायों की जानकारी,
– सीसीटीवी व निगरानी सिस्टम का महत्व,
– और सामूहिक जिम्मेदारी को लेकर
एक संयुक्त जनजागरूकता अभियान चलाया जाए।
जनता का कहना है कि यदि पुलिस प्रशासन ने जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए, तो अकलतरा में कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ सकती है। अब देखना यह है कि पुलिस विभाग इस बढ़ती नाराजगी और अपराध श्रृंखला पर क्या कार्रवाई करता है।









