.AD

कानन पेंडारी में गूंजेगी सफेद बाघ की दहाड़! ग्वालियर से आ रहा नया मेहमान

कानन पेंडारी में गूंजेगी सफेद बाघ की दहाड़! ग्वालियर से आ रहा नया मेहमान


बिलासपुर। कानन पेंडारी जू में अब एक नया सफेद बाघ पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। ग्वालियर जू से लाया जा रहा यह सफेद बाघ कानन पेंडारी में सफेद बाघों की संख्या को चार तक पहुंचा देगा। यह वन्य प्राणी अदला-बदली योजना के तहत किया जा रहा है, जिसमें कानन पेंडारी जू प्रबंधन ग्वालियर जू को एक भालू और तीन चौसिंगा देगा। इस प्रस्ताव को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से मंजूरी मिल चुकी है।


कानन जू में फिलहाल तीन सफेद बाघ हैं, लेकिन इनमें से एक उम्रदराज हो चुका है और बाकी सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। ऐसे में नस्ल सुधार और भविष्य में प्रजनन की संभावना को देखते हुए नए सफेद बाघ की जरूरत महसूस की जा रही थी। ग्वालियर से लाया जाने वाला यह बाघ सिर्फ एक साल का है और उसे फिलहाल पर्यटकों के लिए डिस्प्ले में रखा जाएगा। जू प्रबंधन के अनुसार, फिलहाल इस बाघ के लिए प्रजनन की कोई योजना नहीं है।


इस अदला-बदली के बाद कानन जू में भालुओं की संख्या घटकर आठ रह जाएगी और चौसिंगा की संख्या 15 के करीब होगी। जू प्रबंधन अन्य चिड़ियाघरों के साथ भी वन्य प्राणी अदला-बदली की योजना बना रहा है, ताकि वन्यजीवों की विविधता को बढ़ाया जा सके और बेहतर प्रजनन कार्यक्रम चलाया जा सके।


कानन पेंडारी बिलासपुर शहर से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिससे यह पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। छुट्टियों और विशेष अवसरों जैसे 15 अगस्त, 26 जनवरी, 31 दिसंबर और 1 जनवरी को यहां भारी भीड़ उमड़ती है। हर रविवार को भी बड़ी संख्या में लोग जू का भ्रमण करने आते हैं।


कानन पेंडारी जू की प्रसिद्धि अब विदेशों तक भी पहुंच गई है। हाल ही में रूस से आए चार पर्यटकों ने यहां घंटों बिताए और विभिन्न वन्य जीवों को निहारा। उन्होंने बाघ, तेंदुआ, हिरण, मछली और सांपों को देखा, साथ ही हाथी के बच्चे के साथ फोटो भी खिंचवाए। इससे पहले भी कई विदेशी पर्यटक कानन पेंडारी का दौरा कर चुके हैं।


नए सफेद बाघ के आगमन से कानन पेंडारी की शोभा बढ़ेगी और पर्यटकों की रुचि और अधिक बढ़ेगी। अब सभी को इस नए मेहमान के स्वागत का बेसब्री से इं

तजार है।





Related Articles